पश्यन्ती-प्रभा
परावाङ्मूलचक्रस्था पश्यन्ती नाभि-संस्थिता | हृदिस्था च मध्यमा ज्ञेया वैखरी कण्ठदेशगा ||
शनिवार, 28 सितंबर 2019
शब्द
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)