पश्यन्ती-प्रभा
परावाङ्मूलचक्रस्था पश्यन्ती नाभि-संस्थिता | हृदिस्था च मध्यमा ज्ञेया वैखरी कण्ठदेशगा ||
शुक्रवार, 22 अक्टूबर 2021
आधुनिक कवि : नीहार (बागों में बहार है) @ Episode 38
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)